September 8, 2016

बेवजह यात्रा: फुटकर यादें

  रानीखेत से कुछ दूर जंगलों से गुजरते हुए इस बात का अहसास हुआ कि जंगल कितना भी घना क्यों न हो एक पतली सी पगडंडी […]
September 8, 2016

अभिनेता और उसकी हैट

इस ज़िदगी के मंच में मैं अभिनेता ठीक-ठाक हूँ, बस जिस किरदार में हूँ उसमें मेरे सिर पर एक हैट है और मेरी हैट मेरे सिर […]
September 8, 2016

शकुंतला और जूलिएट

शकुन्तला का अन्त तो बहुत पहले हो गया था , अब जूलियट भी लुप्तप्राय है। जिन्होंने तब शकुन्तला को मार डाला था , वे ही अब […]