August 10, 2017

कला को ले कर मेरी समझ

  कला के प्रति मेरी समझ क्या है? मैं खुद से अक्सर यह सवाल करता हूँ और मेरे आलोचक या मुझे पसंद और नापसंद करने वाले […]
February 9, 2017

निदा फ़ाज़ली साहब को याद करते हुए

  निदा फ़ाज़ली साहब को याद करते हुए, एक लेख जो आज ही के दिन पिछले साल(2016) उनकी वफ़ात पर मुझ से सुधांशु फ़िरदौस ने लिखवाया […]
December 26, 2016

हर नक़्श-ए-पा बुलंद है दीवार की तरह

  मेरे दोस्त, मेरे हमदम, मेरे मोहसिन, मेरे करमफ़रमा, अभिषेक शुक्ला का एक मज़मून इन दिनों इन्टरनेट पर धूम मचा रहा है. ये मज़मून उन्होंने उस्ताद […]