September 8, 2016मिस्तरी पर भी लिखा जा सकता है क्या ?पुराने लखनऊ में सिटी स्टेशन के पास एक छोटी सी गुमटी है, जहां स्कूटर मोटरसाइकिल वगैरह ठीक होती है. ये गुमटी जिन मिस्तरी साहब की है, […]
September 1, 2016The Bewajah PostSo the idea came up during a discussion about why there should be a reason behind something. How eager we are to seek meaning behind actions […]
September 8, 2015अभी कुछ लोग उर्दू बोलते हैंHimanshu Bajpai लखनऊ के बारे में एक बात बहुत मशहूर है. यहां आप किसी से रास्ता पूछिए, वो आपको साथ चल के मंज़िल तक पहुंचाएगा. इस […]